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पिलानी का इतिहास

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पिलानी का सामान्य परिचय –

पिलानिया गोत्र का एक योद्धा यहाँ के राजा के किले की रक्षा करते हुए शहीद हुआ था राजा ने उसके सम्मान में इस जगह का नाम पिलानी रख दिया पिलानी शेखावटी क्षेत्र में स्थित है और अपने इन्तेहाई मौसम के लिये प्रसिद्ध है शेखावटी क्षेत्र की हवेलियाँ अपने भित्तिचित्रों के लिये जानी जाती हैं।

पिलानी का इतिहास –

पिलानी राजस्थान (भारत) के झुन्झुनू जिले का एक कस्बा है मशहूर बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान यहीं पर स्थित है पिलानी के नाम के पीछे एक कहानी प्रचलित है पिलानिया गोत्र का एक योद्धा यहाँ के राजा के किले की रक्षा करते हुए शहीद हुआ था राजा ने उसके सम्मान में इस जगह का नाम पिलानी रख दिया पिलानी शेखावटी क्षेत्र में स्थित है और अपने इन्तेहाई मौसम के लिये प्रसिद्ध है शेखावटी क्षेत्र की हवेलियाँ अपने भित्तिचित्रों के लिये जानी जाती हैं। यह भारत के प्रसिद्द उद्योगपति श्री घनश्यामदास बिड़ला का पैतृक स्थल है पिलानी, भारत के उत्कृष्ट संस्थानों में से एक बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी, बिड़ला बालिका विद्यापीठ व ‘सीरी’ (CEERI) के लिए प्रसिद्द है 2010 में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने ब्रह्मोस मिसाइल का प्रोजेक्ट पिलानी के निकट स्थापित करने की परियोजना स्वीकार की।

पिलानी की विशेषताए –

पिलानी राजस्थान के शेखावती क्षेत्र का एक छोटा सा शहर है पिलानी अपने कई शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता हो जिनमें से ‘बिट्स, पिलानी’ प्रमुख है यह कस्बा दिल्ली से 180 किमी की दूरी पर तथा राजस्थान की राजधानी, जयपुर से 210 किमी दूर स्थित है यह राजस्थान के झुनझुनू जिले के प्रशासनिक क्षेत्र में आता है।

पिलानी की भोगोलिक विशेषताए –

वर्तमान में, पिलानी शहर अपने कई उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता है ‘बिट्स, पिलानी’ देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कोर्सों को उपलब्ध कराता है और अपने लगभग 65 साल के अस्तित्व में कई कुशल पेशेवरों को समाज को समर्पित करने का रिकार्ड रखता है पिलानी के अन्य उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थायें बी के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (बीकेबीआइईटी), जी डी बिड़ला मेमोरियल पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट (बीटीटीआइ) और शादीलाल कटारिया टीचर ट्रेनिंग कॉलेज हैं यह शहर अग्रणी औद्योगिक घराने बिरला परिवार, जिसे मानवता के कार्यों के लिये जाना जाता है, का घर होने के कारण भी प्रसिद्ध है।

पिलानी की आर्थिक स्थिति –

केंद्रिय राज्य मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक स्थिति में हाईवे एवं एक्सप्रेस वे आर्थिक मोर्च पर बहुत जरूरी होता है अमेरिका में जब आर्थिक मंदी थी तब उन्होंने सड़को का जाल बिछाया और आज वह विश्व की महा शक्ति है |

पिलानी के प्रमुख मंदिर –

शारदा मन्दिर, राजस्थान के पिलानी के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है यह 20वीं सदी का मन्दिर देवी सरस्वती को समर्पित है और इसे प्रसिद्ध उद्यमी, स्वतन्त्रता सेनानी और मानवतावादी श्री जी डी बिड़ला द्वारा बनवाया गया था यह मन्दिर प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज ‘बिट्स पिलानी’ के विद्या विहार परिसर में स्थित है यह राजस्थान के मकराना से विशेष रूप से लाये गये सुन्दर संगमरमर से बना है मन्दिर निर्माण की इण्डो-आर्यन शैली को समाहित करते हुये इस मन्दिर का डिज़ाइन खजुराहो के खण्डरिया महादेव मन्दिर से प्रभावित है मन्दिर को पाँच भागों में बाँटा गया है – गर्भगृह या पवित्र केन्दीय भाग, प्रदक्षिणापथ या चक्रीय पथ, अन्तराला, मण्डपम और अर्ध मण्डपम यह मन्दिर विज्ञान और आध्यात्म के आमेलन का जीता जागता उदाहरण है मन्दिर के बाहरी भाग पर दार्शनिकों, सन्तों, और वैज्ञानिकों के चित्र हैं जो इसके सर्वव्यापी प्रकृति को दर्शाते हैं।

पिलानी के प्रमुख दर्शनीय स्थल –

पर्यटन स्थल पिलानी का ‘बिरला म्यूजियम’ एशिया के संग्राहलयों में अपना विशेष स्थान रखता है वहीं ‘बिरला हवेली’ में बिरला परिवार की ऐतिहासिकता से साक्षात्कार कराने वाला संग्रहालय भी दर्शनीय है पंचवटी परिसर में मातुराम वर्मा द्वारा बनाई और तराशी गई सजीव मूर्तियाँ सैलानियों को आकर्षित करती हैं तो संगमरमर से बना सरस्वती मन्दिर भी पर्यटकों के दिल और दिमाग में रच बस जाता है।

पिलानी के प्रमुख दर्शनीय आकर्षक स्थल हैं

1. बीआईटीएस संग्रहालय

2. शिव गंगा

3. सरस्वती मंदिर

4. पंचवटी

पिलानी की जनसंख्या –

झुंझुनूंजिले में जनसंख्या के हिसाब से पिलानी तीसरे स्थान पर है इसके बावजूद पिलानी में वांछित सुविधाएं नहीं जुट पाई हैं। यहां तो सीएचसी है और ही तहसील झुंझुनूं शहर नवलगढ़ की जनसंख्या ही पिलानी से ज्यादा है पिलानी की चौथाई जनसंख्या या इससे भी कम जनसंख्या वाले कस्बों में सीएचसी, तहसील उपखंड कार्यालय खुल चुके हैं पिलानी प्रदेश का ऐसा अकेला कस्बा है जहां दो नगर पालिकाएं हैं यहां की जनसंख्या 50 हजार पार कर चुकी है आसपास के खेड़ला, खेड़ला का बास, हनुमंतपुरा, झेरली, घूमनसर, मोरवा, पांथड़िया, केहरपुरा, न्हूंद, रायला, बिशनपुरा, सुहागो की ढाणी, भगीना, धिंधवा बिचला, आथूणा अगुणा, भोजा का बास, तोखा का बास, कालू सिंह की ढाणी, काजी, काजी का बास सहित कई गांवों के लोगों का भी पिलानी से सीधा जुड़ाव है